भारतीय टीम के पूर्व कैप्टन सौरभ गांगुली ने बुधवार को बीसीसीआई का अध्यक्ष पद संभाल लिया. बतादें कि गांगुली निर्विरोध चुने गए हैं, वे जुलाई 2020 तक इस पद पर बने रहेंगे. साथ ही सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में बोर्ड का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति (CoA) का कार्यकाल भी खत्म हो गया है. अब बोर्ड से जुड़े सभी कामकाज बीसीसीआई के चुने हुए नए प्रतिनिधि ही संभालेंगे. सौरभ गांगुली की अध्यक्षता वाली इस नई टीम में गांगुली के अलावा उपाध्यक्ष के पद पर महीम वर्मा, सचिव के रूप में जय शाह, अरुण धूमल (कोषाध्यक्ष) के साथ-साथ केरल के जयेश जॉर्ज संयुक्त सचिव का पद संभालेंगे.
It’s official – @SGanguly99 formally elected as the President of BCCI pic.twitter.com/Ln1VkCTyIW
— BCCI (@BCCI) October 23, 2019
सौरव गांगुली ने BCCI की कमान संभालते ही 65 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. दरअसल, सौरव गांगुली 65 साल बाद ऐसे पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं, जिन्हें बीसीसीआई के अध्यक्ष पद बैठाया गया है. इससे पहले टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर ‘विज्जी’ के नाम से मशहूर महाराजा कुमार विजयनगरम बीसीसीआई का अध्यक्ष बने थे, जो 1954 से 1956 तक इस पद पर रहे.
The General Body Meeting is underway here in the Mumbai Headquarters pic.twitter.com/7u9SZgTlff
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इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एस. ए. बोबडे और जस्टिस एल. नागेश्वर राव की बेंच ने CoA को कहा था कि बुधवार को जब बीसीसीआई के पदाधिकारी चार्ज संभाल लें तो वे अपना काम समेट लें, भारत के पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) विनोद राय के नेतृत्व में यह प्रशासनिक समिति बीते 33 महीनों से बोर्ड का कामकाज देख रही थी. क्योंकि 2013 में IPL के दौरान स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोपों के बाद सुप्रीम कोर्ट को बीसीसीआई के कामकाज में दखल देना पड़ा था. क्रिकेट बोर्ड के कामकाज में पारदर्शिता लाने, भ्रष्टाचार खत्म करने समेत कई सुधारों के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 22 जनवरी 2015 को जस्टिस आर. एम. लोढ़ा के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया था.