जम्मू-कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए-नए बयान सामने आ रहे हैं. सोमवार रात को उन्होंने भारत और पाक के प्रधानमंत्रियों से फोन पर बातचीत की थी. वहीं अब एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाक के बीच मध्यस्थता की पेशकेश की है. मध्यस्थता की पेशकश के बीच उन्होंने अब एक नए विवाद को भी जन्म दे दिया है. ट्रंप ने कहा है कि कश्मीर का विवाद धर्म को लेकर है और मुद्दा हिंदू-मुसलमान का है.
जम्मू और कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले से पाक घबराया हुआ है. इस मुद्दे को पाक कई देशों के सामने उठा चुका है, लेकिन सभी देशों ने पाकिस्तान का साथ देने से मना कर दिया है और इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है. इस मामले में हस्तक्षेप करने से अमेरिका ने भी इनकार किया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वे पीएम मोदी के सामने इस मुद्दे को उठाएंगे. अमेरिका ने पीएम मोदी और पाक के पीएम इमरान खान से कश्मीर में तनाव कम करने के लिए कदम उठाने को भी कहा था. ट्रंप ने कहा ”कश्मीर बेहद जटिल जगह है.यहां हिंदू भी हैं और मुसलमान भी हैं और मैं नहीं कहूंगा कि उनके बीच काफी मेलजोल है. मध्यस्थता के लिए जो भी बेहतर हो सकेगा, मैं वो करूंगा.” क्योंकि हमारे भारत और पाक के साथ अच्छे संबंध है. दोनों शानदार व्यक्तित्व हैं और दोनों अपने लोगों से बहुत प्रेम करते हैं.वहीं ट्रंप ये चर्चा पीएम मोदी से जी-7 के दौरान कर सकते हैं.

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से भारत और पाक के रिश्तों के बीच तनाव बना हुआ है. दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करने पर भी पाक ने ऐतराज जताया था. लेकिन भारत इस बात को साफ कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना उस का आतंरिक मामला है. पाक को सच्चाई मान लेनी चाहिए.