पूरे देश में प्याज की कीमतों को लेकर आम आदमी के बीच कोहराम मचा हुआ है. देश के ज्यादातर इलाकों में प्याज 80 से 100 रुपए प्रति किलो बेचे जा रहे हैं, वहीं पश्चिम बंगाल के कुछ शहरों में प्याज की कीमत बढ़कर 150 रुपए प्रति किलो हो गई है. राजनीतिक पार्टियां मोदी सरकार पर इसे लेकर सवाल उठा रही हैं. वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि वो इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हैं और ऐसे परिवार से आती हैं जहां प्याज-लहुसन का ज्यादा मतलब नहीं है. निर्मला सीतारमण के इस जवाब पर सदन में ठहाके लगे.
असल में, संसद में प्याज खाने को लेकर लोकसभा में कुछ सदस्यों के सवालों पर निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मैं इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हूं जी. मैं ऐसे परिवार से आती हूं जहां अनियन से मतलब नहीं रखते. ‘ वित्त मंत्री महाराष्ट्र के बारामती से एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले के सवालों पर जवाब देने के लिए खड़ी हुईं. उसी दौरान कुछ सदस्यों ने सवाल किया कि क्या आप (निर्मला सीतारमण) प्याज खाती हैं. सदस्यों के इसी सवाल पर निर्मला सीतारमण ने ये जवाब दिया.
सरकार उठा रही है कई कदम – सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को कम करने के लिए कई कदम उठाये हैं, जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपाय शामिल हैं.
सीतारमण ने कहा-
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, ‘‘मैं 2014 से कुछ ऐसे मंत्रियों के ग्रुप का भी हिस्सा रही हूं, जो प्याज के बाजार में उतार-चढ़ाव पर नजर रखते हैं. कई बार प्याज का उत्पादन कम होता है, तब हमने उन लोगों को भी सहायता दी है, जो प्याज का आयात करना चाहते हैं. हमने निर्यातकों के लिए भी रातों-रात 5 से 7% तक की सहायता के आदेश को मंजूरी दी है.’