लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान अपनी राजनीतिक विरासत अपने बेटे चिराग पासवान के हाथों में सौंप दिया है. मंगलवार को एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की दिल्ली बैठक में दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाजीपुर सांसद पशुपति कुमार पारस ने पासवान को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे पूर्ण समर्थन से पारित कर दिया गया है. बतादें कि लोजपा की स्थापना रामविलास पासवान ने साल 2000 में की थी और 19 सालों से पार्टी की कमान संभाले हुए थे.
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LJP के नए अध्यक्ष ने कहा
चिराग पासवान ने इस मौके पर कहा कि रामविलास पासवान राजनीति में सक्रिय रहेंगे और मैं उनका मार्गदर्शन लेता रहूंगा. उन्होंने कहा कई राज्यों में हमारी सरकार है, केंद्र में हमारी सरकार है. चुनाव में हमारा 100 प्रतिशत प्रदर्शन रहा.वहीं उपचुनाव का जिक्र करते हुए चिराग ने कहा कि इस उपचुनाव में NDA का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा फिर भी एलजेपी को उपचुनाव में जीत मिली और प्रिंस राज चुनाव जीते. चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी की विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया गया है और मैं आगे भी पार्टी को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाऊंगा.
युवाओं के हाथों में कमान
चिराग पासवान LJP के अध्यक्ष बनाने के बाद पार्टी पूरी तरह से युवा हाथों में है. बतादें कि इससे पहले बिहार प्रदेश की कमान नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व सांसद स्व. रामचन्द्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को सौंपी जा चुकी है. ऐसे में ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि चिराग और प्रिंस की जोड़ी क्या सियासी गुल खिलाती है.
लोकसभा चुनाव में लीड कर चुके हैं चिराग
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भी सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में चिराग पासवान ने अहम भूमिका निभाई थी. दिल्ली में चिराग की ताजपोशी का ऐलान करते हुए रामविलास पासवान ने कहा था कि हम चाहते हैं कि अगली पीढ़ी अपना काम संभाले.
फिल्म से राजनीति का सफर
आपको याद हो तो चिराग पासवान ने पहली फिल्म में नाकामी के बाद राजनीति का रुख कर लिया था. इससे पहले 4 नवंबर 2011 को उनकी फिल्म ‘मिले ना मिले हम’ आई थी लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी. इसके बाद 2013 में चिराग पासवान फिल्मी दुनिया छोड़ कर राजनीति में सक्रिय हुए थे. चिराग पासवान रामविलास पासवान के इकलौते बेटे हैं. वो लोजपा संसदीय दल के भी अध्यक्ष हैं. 2019 में उन्होंने बिहार की जमुई सीट से दोबारा जीत हासिल की है.